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Byaj ka dhandha kaise kare, ब्याज का धंधा किसे कहते हैं, ब्याज के धंधे के लिए लाइसेंस कहा से लें, ब्याज के धंधे में कितनी कमाई होती है, पूरी जानकारी पढ़ें।
आपकी जानकारी के लिए बता दें, ब्याज का धंधा करने वाले को साहूकार कहते हैं और पुराने समय में ब्याज का धंधा करने वाले साहूकारों की संख्या काफी अधिक हुआ करती थी, क्योंकि उस समय बैंक और लोन कंपनियां मौजूद नहीं थी, और नाही ब्याज का धंधा करने के लिए आपको किसी भी प्रकार के लाइसेंस या किसी व्यक्ति विशेष की अनुमति की आवश्यकता नहीं पड़ती थी।
किन्तु वर्तमान समय में ब्याज का धंधा करना काफी कठिन हो गया है और यदि बात की जाए आखिर ब्याज का धंधा कैसे करें, तो इससे संबंधित आपको इस लेख में संपूर्ण जानकारी दी गई है, साथ ही हमने आपको ब्याज के धंधे के लिए लाइसेंस कहा से लें, इसकी भी जानकारी दी हैं, जिन्हें आपको अवश्य पढ़ाना चाहिए।
ब्याज का धंधा किसे कहते हैं?
ब्याज के धंधे को ऋण व्यवसाय और मनी लेंडिंग भी कहा जाता है, और जरूरतमंद लोगों को ऋण पर, अर्थात उधार पैसा देकर, उधार दिए पैसों पर ब्याज वसूल करके पैसा कमाने के तरीके है को ब्याज का धंधा कहते है।
ब्याज का धंधा कैसे करें?
वर्तमान समय में यदि आप ब्याज का धंधा करना चाहते हैं, तो “लाइव लॉ” के अनुसार ब्याज का धंधा करने के लिए आपको लाइसेंस लेना पड़ेगा, और यह लाइसेंस आपको “मनी लेंडिंग एक्ट” (Money Lending Act) सरकारी संस्था द्वारा प्राप्त होगा, और लाइसेंस लेने के पश्चात आप एक साहूकार के रूप में सरकार द्वारा निर्धारित शहर या कस्बे में ब्याज का धंधा करके पैसे कमा सकते हैं।
ब्याज के धंधे का लाइसेंस कहा से लें?
भारत में ब्याज का धंधा करने के लिए आपको राज्य सरकार द्वारा लाइसेंस प्राप्त होता है, और राज्य सरकार द्वारा प्राप्त लाइसेंस के अनुसार आप 10 लाख रुपए से कम की राशि ब्याज पर उपभोक्ताओं को दे सकते हैं।
और यदि आप एक बड़ा ब्याज का व्यवसाय करना चाहते हैं, तो उसके लिए आपको भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) से लाइसेंस लेना होगा, और SEBI द्वारा प्राप्त लाइसेंस का उपयोग कर आप 10 लाख रुपए से अधिक की राशि ब्याज पर उपभोक्ताओं को दे सकते हैं।
ब्याज का धंधा करने के लिए आवश्यक बातें
ब्याज का धंधा शुरू करने से पहले आपको उन सभी चीजों पर विचार कर लेना चाहिए, जो की ब्याज का धंधा करने के लिए आवश्यक है:
#1: लाइसेंस और विनियम
भारत में ब्याज का धंधा करने के लिए आपको “Money Lending Act” के तहत लाइसेंस लेना पड़ता है, और लाइसेंस के लिए आवेदन करने से पहले आपको इसकी सभी आवश्यकताओं को समझना होगा, जिसकी आगे पूरी जानकारी दी गई है।
#2: पूंजी (एक बड़ा निवेश)
ब्याज का धंधा करने के लिए सबसे आवश्यक चीज पूंजी है अर्थात आपके पास पैसों की कोई कमी नहीं होनी चाहिए।
#3: बाजार लक्ष्य
आपको अपना एक लक्ष्य बनाना होगा, अर्थात आपको यह निर्धारित करना होगा कि आप किस प्रकार के उपभोक्ताओं को पैसा ब्याज पर देंगे और इसके अलावा आपको पैसा उधार देने की समय सीमा निर्धारित करनी होगी।
#4: ब्याज दरे निर्धारित करें।
उपभोक्ता को ब्याज पर पैसा देने से पूर्व आपको अपनी ब्याज दरें निर्धारित करनी होगी, ताकि उपभोक्ता को ब्याज सहित आपको कितना पैसा वापस लौटना है उसकी उसे संपूर्ण जानकारी होनी आवश्यक है।
#5: ऋण जोखिम प्रबंधन
ब्याज पर पैसा देते वक्त आपको संपूर्ण रूप से बाजार जोखिमों का ध्यान रखना होगा, जैसे की: ऋण आवेदकों का मूल्यांकन करे, ऋण वसूली करने का इंतजाम करें, पैसा वापस न मिलने पर आपको क्या करना चाहिए, इन सभी चीजों का ध्यान अवश्य रखें।
#6: कानूनी नियमों का पालन करें।
ब्याज का धंधा करने के लिए सबसे जरूरी है कि आपको कानूनी नियमों का पालन करना होगा और कानूनी नियमों के अनुसार अपने ब्याज की तरह स्थापित करनी होगी, इसके अतिरिक्त आपको ऋण समझौतों की शर्तें, ऋण वसूली प्रक्रियाएं और उपभोक्ता संरक्षण कानून का विशेष ध्यान रखना होगा।
#7: अपने व्यवसाय का प्रचार करें।
शुरुआती समय में आपको अपने ब्याज के धंधे का प्रचार करना पड़ सकता है, क्योंकि जब आप एक नया ब्याज का धंधा खोलते हैं, तो लोगों को आपके धंधे के बारे में बिल्कुल भी पता नहीं होता है,ऐसे में आप प्रचार का सहारा लेकर ऑनलाइन और ऑफलाइन अपने धंधे का प्रचार कर सकते हैं और ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंच सकते हैं।
हमें आशा है आपको यह लेख पसंद आया होगा इस लेख में हमने आपको ब्याज का धंधा कैसे करें, से लेकर ब्याज का धंधा करने के लिए लाइसेंस कैसे लेना होगा तथा ब्याज का धंधा करने के लिए आवश्यक बातें भी साझा की है और यदि आप ब्याज का धंधा करना चाहते हैं, तो हमारे इस लेख को अवश्य पढ़ें।
People also ask: आपके पूछे गए प्रश्नों के उत्तर
प्रश्न: ब्याज के धंधे में कितनी कमाई होती है?
उत्तर: यह निश्चित नहीं है, क्योंकि ब्याज के धंधे में होने वाली कमाई आपकी बिक्री, ब्याज दर, और आपके निवेश की राशि कितनी है, इन सभी कारकों पर निर्भर करती है।
प्रश्न: ब्याज पर पैसा कौन कौन देता है?
उत्तर: ब्याज पर पैसा साहूकार, बैंक, लोन कंपनियां, आदि द्वारा दिया जाता है।