आज के समय में आपको चाहे शॉपिंग करना हो या रेलवे टिकट की बुकिंग करना हो या लोन लेना हो या ट्रेडिंग करना हो, इन सबके लिए गूगल प्ले स्टोर पर बहुत सारे ऐप्स उपलब्ध हैं। पर क्या आप जानते हैं, इन्हीं सब में कुछ ऐसे भी एप्स मौजूद है जो फर्जी है और लोगों के साथ धोखाधड़ी करते हैं।
जिसके परिणाम स्वरूप लोगों के पर्सनल डेटा की चोरी करना, उन्हें ब्लैकमेल करना और बैंक से पैसे निकाल लेना, जैसे कई धोखाधड़ी के केश सामने आए हैं और इन सबके कारण लोगों की विश्वसनीयता ऐप्स को लेकर कम हो रही है।
ऐसे में बहुत सारे यूजर को यह डाउट रहता है कि कौन सा ऐप फेक है और कौन सा ऐप रियल है। और इसकी पहचान के लिए इस आर्टिकल में आपको कुछ तरीके बताए गए हैं, जिसको फॉलो करके आप ऐप्स फेक है या रियल यह आसानी से पता कर सकते है और आप धोखाधड़ी का शिकार होने से बच सकते हैं।
ऐसे जान सकते हैं ऐप्स फेक है या रियल
ऐप्स फेक है या रियल इसके बारे में जानने के लिए ऐप बनाने वाले डेवलपर की जांच करें, ऐप के रिव्यू पढ़ें, ऐप की रेटिंग को चेक करें, ऐप की कमियों को ढूंढे, साथ ही साथ यह भी जांचे की कितने लोगों ने ऐप को डाउनलोड किया है, इसके अलावा ऐप इंस्टॉल के बाद कौन-कौन सा डाटा को एक्सेस करने की परमिशन मांग रहा है।
इन सब के आधार पर आप आसानी से जान सकते हैं की एप्स फेक है या रियल। आगे हमने आपको असली ऐप की पहचान करने के कुछ तरीकों की जानकारी दी है, जिन्हें भी आप पढ़ सकते हैं।
इन 10 तरीकों से जान सकते हैं कौन सा ऐप असली है और कौनसा ऐप नकली?
किसी भी ऐप के असली और नकली का होने का सच जानने के लिए आप यहां नीचे बताएं 9 तरीकों की मदद ले सकते हैं और जान सकते हैं कौन सा ऐप सही में असली है और कौन सा ऐप नकली है।
संख्या | ऐप्स फेक है या रियल कैसे पता करें। |
---|---|
1 | डेवलपर की जानकारी की जांच करे। |
2 | ऐप के रिव्यू पढ़े। |
3 | ऐप की रेटिंग देखें। |
4 | ऐप के कुल डाउनलोड देखे। |
5 | ऐप्स में गलतियो की जांच करें। |
6 | आपका ऐप कौन-कौन सी परमिशन ले रहा है इसकी जांच करें। |
7 | ऐप्स के असामान्य बर्ताव पर ध्यान दें। |
8 | ऑफिशियल ऐप्स स्टोर से ही ऐप को डाउनलोड करे। |
9 | अपनी सभी ऐप का समय पर अपडेट करें। |
10 | थर्ड पार्टी ऐप स्टोर से ऐप्स को डाउनलोड करने से बचें। |
#1: डेवलपर की जानकारी की जांच करे।
यदि आपके मन में यह प्रश्न उठ रहा है कि कैसे चेक करें ऐप डाउनलोड करने के लिए सुरक्षित है या नहीं, तो इसके लिए सबसे पहले आप जिस ऐप को डाउनलोड कर रहे हैं उसके डेवलपर की जानकारी की जांच करें। अर्थात यह देखे की इस ऐप को कब और किसने बनाया है।
जो असली ऐप होता है उसके डेवलपर आमतौर पर फेमस होते हैं लोग उन्हें बहुसंख्यक में जानते हैं, वही नकली ऐप के डेवलपर के बारे में कोई जानकारी नहीं होती है और यदि कोई जानकारी नहीं मिलती है, तो वह ऐप फेक होती है। इसीलिए सबसे अच्छा तरीका है कि ऐप डाउनलोड करने से पहले ऐप बनाने वाले डेवलपर के बारे में जाने।
#2: ऐप के रिव्यू पढ़े।
जिस भी प्लेटफार्म से आप ऐप को डाउनलोड कर रहे हैं, चाहे वह गूगल प्ले स्टोर हो या एप्पल का आईओएस स्टोर, आपको ऐप डाउनलोड करने से पहले उस ऐप के रिव्यू को ध्यान से पढ़ना है, अगर ऐप के रिव्यू 80% तक अच्छे हैं तो आप उस ऐप को डाउनलोड कर सकते हैं और यदि किसी ऐप के रिव्यू पॉजिटिव नहीं है तो आपको ऐसी एप्स से दूर रहना है।
#3: ऐप की रेटिंग देखें।
गूगल प्ले स्टोर पर ऐप की रेटिंग 5 स्टार में देखी जाती है, जिसमें से यदि किसी ऐप को 4.5 स्टार से ऊपर की रेटिंग प्राप्त हुई है तो वह ऐप बहुत अच्छा माना जाता है, वहीं दूसरी ओर अगर किसी ऐप की रेटिंग कम होती है, तो उसे आप इस प्रकार देख सकते हैं:
- यदि ऐप की रेटिंग 4 स्टार से 4.5 स्टार के बीच में है तो वह ऐप अच्छा है।
- यदि ऐप की रेटिंग 3.5 स्टार से 4.0 स्टार के बीच में है तो ऐप को ज्यादा लोग पसंद नहीं कर रहे है।
- यदि ऐप की रेटिंग 3.0 स्टार से 3.5 स्टार के बीच में है, तो ऐप में कोई कमी होने की उम्मीद है।
- यदि ऐप की रेटिंग 2.9 स्टार से कम है, तो ऐसे एप्स को डाउनलोड करने से बचें। इसी ऐप में आपको कुछ खास नहीं मिलता है, और हो सकता है ऐप आपके डेटा को चुरा रहा हो।
#4: ऐप के कुल डाउनलोड देखे।
गूगल प्ले स्टोर या एप्पल आईओएस पर से ऐप को डाउनलोड करने से पहले यह जरूर देखें की ऐप को कितने लोगों ने डाउनलोड किया है, जैसे कोई फेमस ऐप होता है तो उसको डाउनलोड करने वाले की संख्या करोड़ों में होती है। वहीं जो नकली ऐप होता है उसको डाउनलोड करने वाले की संख्या हजारों में होती है।
#5: ऐप्स में गलतियो की जांच करें।
असली ऐप और नकली ऐप की पहचान करने के लिए ऐप्स में पाई जाने वाली आम गलतियों के माध्यम से भी जान सकते हैं जैसे कि जो नकली ऐप होता है उसमें नाम बहुत अजीब होता है और इसके अलावा स्पेलिंग मिस्टेक होती है और कम क्वालिटी का यूजर इंटरफेस के साथ-साथ ऐप के विवरण के बारे में बहुत कम जानकारी होती है।
#6: आपका ऐप कौन-कौन सी परमिशन ले रहा है इसकी जांच करें।
जब किसी ऐप को मोबाइल में इंस्टॉल कर लेते हैं तो वह परमिशन मांगता है, जैसे की कोई असली ऐप होता है तो वह परमिशन मांगता है कैमरे का, लोकेशन का और गैलरी फोटो का और कांटेक्ट का वही जो फेक ऐप होता है वह बैंक डिटेल्स और यूपीआई के बारे में परमिशन मांगता है। और जो ऐप आपकी बैंक डिटेल या पेमेंट एप्स की जानकारी मांगता है, उन्हें तुरंत मोबाइल से डिलीट करें।
#7: ऐप्स के असामान्य बर्ताव पर ध्यान दें।
नकली ऐप को पहचानने के लिए ऐप के असामान्य बर्ताव पर ध्यान दें, जैसे की ऐप को ऑपरेट करते समय बार-बार विज्ञापन का आना और ऐप का एकाएक बंद हो जाना और स्लो हो जाना और मोबाइल फोन का हैंग करना, यदि यह सब एक्टिविटी हो रही है, तो तुरंत ऐप मोबाइल से डिलीट करें।
#8: ऑफिशियल ऐप्स स्टोर से ही ऐप को डाउनलोड करे।
नकली ऐप को डाउनलोड करने से बचने के लिए आपको थर्ड पार्टी वेबसाइट से बचना चाहिए, आपको किसी भी ऐप को डाउनलोड करने के लिए उसकी ऑफिशल वेबसाइट या गूगल प्ले स्टोर का उपयोग करना चाहिए। और यदि किसी कारणवश कोई ऐप आपको गूगल प्ले स्टोर या ऑफिशल वेबसाइट पर ऐप डाउनलोड के लिए नहीं मिलती है, तो ऐसे में आपको किसी भी थर्ड पार्टी ऐप या वेबसाइट से किसी भी ऐप को डाउनलोड नहीं करना चाहिए।
#9: अपनी सभी ऐप का समय पर अपडेट करें।
हम जिन ऐप को अपने मोबाइल में डाउनलोड करते हैं उन सभी के समय-समय पर अपडेट आते रहते हैं, ऐप कंपनियां अपनी एप्स को सुरक्षित रखने के लिए उनमें समय-समय पर जरूरी बदलाव करती रहती है, जिसके चलते हमें एप्स का अपडेट प्राप्त होता है और हमें अपनी एप्स को समय रहते अपडेट कर लेना चाहिए।
इससे एप्स के हैक होने का खतरा कम हो जाता है और हमारी ऐप सुरक्षित रहती है।
#10: थर्ड पार्टी ऐप स्टोर से ऐप्स को डाउनलोड करने से बचें।
गूगल प्ले स्टोर और एप्पल आईओएस के प्ले स्टोर के अलावा किसी थर्ड पार्टी वेबसाइट से ऐप को डाउनलोड नहीं करना चाहिए, क्योंकि थर्ड पार्टी एप स्टोर या किसी थर्ड पार्टी वेबसाइट से डाउनलोड की गई एप्स 100% नकली होती है या फिर वह अपडेटेड ऐप नहीं होती है जिसके कारण उन ऐप्स में हमेशा खतरा बना रहता है।
करते हैं तो यह ऐप 100% नकली हो सकता है, क्योंकि इन नकली ऐप को थर्ड पार्टी स्टोर ही अपने ऐप स्टोर पर अपलोड करता है।
People also ask: आपके पूछे गए प्रश्नों के उत्तर
प्रश्न: नकली ऐप्स को कैसे पहचाने?
उत्तर: नकली ऐप्स को पहचानने के लिए ऐप्स के रिव्यू, रेटिंग, डाउनलोड संख्या, डेवलपर की जानकारी और ऐप कौन-कौन सा परमिशन मांग रहा है इसको देखें, अगर ऐप का रिव्यू, रेटिंग सही नहीं है और ऐप आपसे आपकी बैंक डिटेल मांग रहा है तो ऐसे में वह ऐप 100% नकली होता है जिसे आपको तुरंत डिलीट कर देना चाहिए।
प्रश्न: कैसे चेक करें ऐप डाउनलोड करने के लिए सुरक्षित है या नहीं?
उत्तर: ऐप डाउनलोड करने के लिए सुरक्षित है या नहीं, इसके बारे में जानने के लिए ऐप बनाने वाले के बारे में जरूर जाने और ऐप कौन-कौन सा परमिशन मांग रहा है इसको जरूर देखें।
प्रश्न: फेक एप्स के नुकसान क्या है?
उत्तर: फेक ऐप्स से कई नुकसान होते हैं, ये ऐप्स आपकी निजी जानकारी चुरा सकते हैं, जिनसे वित्तीय धोखाधड़ी का खतरा होता है, फेक ऐप्स डिवाइस में वायरस फैला सकते हैं, जिससे आपके मोबाइल डेटा को नुकसान पहुंच सकता है। साथ ही, ये अनावश्यक विज्ञापनों से परेशान करते हैं और मोबाइल की परफॉर्मेंस भी कम करते हैं।